बहुत सारा लिखा हमने प्यार मोहब्बत पे तो कभी लिखा समाज के मुद्दों पर। पर आज में लिखना चाहती हूं उन देश के जवानों के नाम जो चौबीसों घंटे सरहद पर खड़े है, सिर्फ अपने परिवार के लिए ही नहीं इस देश के हर परिवार के लिए और अपनी भारत माता कि रक्षा के लिए।। यह पंक्तियां हमारे फौजी भाईयो…
फिर से कश्मीर जंनत होगी सुबह कि नई बाहर सजेगी गुलशन के रंग सिंगार रचेगी नई कश्मीर नई तस्वीर होगी सूरज लालिमा लायेगा नये पनसे नीला अंबर नये रंग से खिलेगा चाँद अपनेपन मे मुशकरायेगा सितारे अपने आचलमे लहेरायेगें फिर से कश्मीर जंनत होगी उचे परबत वादिया हरियाली सजा़्येगें उडते जूमते पछीं गुन गुना येगें नदियो का पानी शोर मे…