फौजी बनना आसान नहीं

बहुत सारा लिखा हमने प्यार मोहब्बत पे
तो कभी लिखा समाज के मुद्दों पर।
पर आज में लिखना चाहती हूं
उन देश के जवानों के नाम जो
चौबीसों घंटे सरहद पर खड़े है,
सिर्फ अपने परिवार के लिए ही नहीं
इस देश के हर परिवार के लिए और
अपनी भारत माता कि रक्षा के लिए।।
यह पंक्तियां हमारे फौजी भाईयो को समर्पित –


 

फौजी बनना आसान नहीं
फौजी बनना आसान नहीं।

हजारों ख्वाहिशों और सपने
तो लाखो करोड़ो जज्बातों को दिल में दबाना पड़ता है
देश के लिए सबकुछ करना पड़ता है।

सिर्फ अपने प्यार को ही नहीं
परिवार को भी छोड़ना पड़ता है।
देश को अपना प्यार और
सभी देशवासियों को परिवार बनाना पड़ता है
देश के लिए सबकुछ करना पड़ता है।

फौजी बनना आसान नहीं
फौजी बनना आसान नहीं।

बहन की राखी का वचन और
भाई का साथ भी छोड़ना पड़ता है।
पत्नी और बच्चो का प्यार
और माबाप की दुआओ को साथ
रखकर उन्हें ही छोड़ना पड़ता है।
देश के लिए सबकुछ करना पड़ता है।।

फौजी बनना आसान नहीं
फौजी बनना आसान नहीं।

दोस्तो की दोस्ती और
यारो की महफ़िल को भी गवाना पड़ता है।
सबको पीछे छोड़ जान को हथेली पे लिए
दिल में देश को बसाना पड़ता है
देश के लिए सबकुछ करना पड़ता है।।

तपती धूप में भी चलना पड़ता है
कड़ी बरसात में भी भीगना पड़ता है।
जमीन के अंदर भी नजर रखनी पड़ती है
तो कभी गहरे समंदर में भी तैरना पड़ता है
देश के लिए सबकुछ करना पड़ता है।

फौजी बनना आसान नहीं
फौजी बनना आसान नहीं।

🇮🇳 जय हिंद 🇮🇳

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